tag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post7332779962499091472..comments2024-03-10T12:25:40.638+05:30Comments on पाल ले इक रोग नादां...: नहीं मंजिलों में है दिलकशी, मुझे फिर सफर की तलाश है...गौतम राजऋषिhttp://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-61277462723705599452017-06-20T06:02:07.767+05:302017-06-20T06:02:07.767+05:30जीते रहो पीटर !!!जीते रहो पीटर !!!Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-38848692427510873862012-07-29T23:51:50.779+05:302012-07-29T23:51:50.779+05:30भावुक और खूबसूरत पोस्ट...भावुक और खूबसूरत पोस्ट...Mahi Shttps://www.blogger.com/profile/16742224478901211954noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-68637339664026127672012-06-25T10:10:35.967+05:302012-06-25T10:10:35.967+05:30गौतम आज पढ़ पाई तुम्हारी ये पोस्ट और शायद पहली बार...गौतम आज पढ़ पाई तुम्हारी ये पोस्ट और शायद पहली बार तुम्हारी माँ के मन की पीड़ा को समझ भी पाई तुम्हारे लिये यक़ीनन मुश्किल है माँ और बेटी को समझाना लेकिन तुम्हारी बीवी के लिये शायद उस से भी ज़्यादा मुश्किल है माँ को ,बिटिया को और सब से बढ़कर ख़ुद को भी समझाना ,,है न <br />बहरहाल नम आँखों से पढ़ा और धुंधली आँखों से ही लिख भी रही हूँ ,,लेकिन अब कुछ और लिखने की स्थिति में नहीं हूँ अल्लाह तुम को और तुम्हारे परिवार को ढेर सारी ख़ुशियाँ दे (आमीन)इस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-83661501676881879202012-05-22T18:02:42.186+05:302012-05-22T18:02:42.186+05:30गौतम...क्या लिखते हो भाई...इतनी गहरी संवेदनाओं को ...गौतम...क्या लिखते हो भाई...इतनी गहरी संवेदनाओं को शब्द देना सिर्फ तुम्हारे ही बस की बात है...पढ़ते हुए शब्द हिलने लगते हैं...और फिर देर तक बिना कुछ किये बैठे रहने का मन होता है...इश्वर तुम्हें दुनिया की सारी खुशिया दे...<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-3617738698188313792012-05-16T21:05:42.487+05:302012-05-16T21:05:42.487+05:30कादम्बिनी के ताजा अंक में आपकी ग़ज़लें पढ़ीं... उम...कादम्बिनी के ताजा अंक में आपकी ग़ज़लें पढ़ीं... उम्दा लगीं.. यहां भी लिखते रहा कीजिए..दीपिका रानीhttps://www.blogger.com/profile/12986060603619371005noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-44779527446220939442012-05-09T10:45:01.068+05:302012-05-09T10:45:01.068+05:30नहीं मंजिलों में है दिलकशी, मुझे फिर सफर की तलाश ह...नहीं मंजिलों में है दिलकशी, मुझे फिर सफर की तलाश है...:):):):):):)neelamhttps://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-78351304307381306612012-05-03T23:16:38.215+05:302012-05-03T23:16:38.215+05:30ख़ुशी फासले तय करके पहुँचती है और अगली ख़ुशी के लि...ख़ुशी फासले तय करके पहुँचती है और अगली ख़ुशी के लिए फिर से सफ़र पर....!!!Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-37316002363587193512012-04-30T06:33:30.008+05:302012-04-30T06:33:30.008+05:30पीटर की मे डे पार्कर को अपने स्पाइडरमैन पर गर्व ह...पीटर की मे डे पार्कर को अपने स्पाइडरमैन पर गर्व होगा !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-48031042249738612752012-04-28T04:24:17.517+05:302012-04-28T04:24:17.517+05:30बेची नही बेटी पढें ।बेची नही बेटी पढें ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-27996434977475139912012-04-28T04:23:51.886+05:302012-04-28T04:23:51.886+05:30बेची और माँ को एक साथ समझाने की कोशिश और न समझा पा...बेची और माँ को एक साथ समझाने की कोशिश और न समझा पाने की हताशा । एक आस भी कि बिटिया तो समझ ही जायेगीबडी होकर पर माँ .......................। <br />With great power comes great responsibility.<br />जय हिंद ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-76690200630496030152012-04-26T22:22:55.708+05:302012-04-26T22:22:55.708+05:30प्रिय गौतम,
फिर एक बार दिल को सुकून देने वाली पोस्...प्रिय गौतम,<br />फिर एक बार दिल को सुकून देने वाली पोस्ट.... कॉमिक कैरेक्टर्स को जिस तरीके से खुद के साथ ढला है वो यह बताता है कि किस तरह से आप चीजों को देखते हैं. देखने सुनने का यही नजरिया आपको औरों से जुदा करता है......... वैसे 'मे' और 'पीटर' का यह अंदाज रूह को छू गया......!Pawan Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-61159947198094780952012-04-25T12:16:18.630+05:302012-04-25T12:16:18.630+05:30विद ग्रेटर पावर, कम्स ग्रेटर रिस्पोन्सिबिलिटी
और...विद ग्रेटर पावर, कम्स ग्रेटर रिस्पोन्सिबिलिटी <br /><br />और एक जिम्मेदारी यह भी कि पाठकों को फनाह करना...neerahttps://www.blogger.com/profile/16498659430893935458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-56759563281755908582012-04-24T12:01:14.873+05:302012-04-24T12:01:14.873+05:30गौतम साहब .....
सुबह सुबह ऐसी पोस्ट... क्या कहूं. ...गौतम साहब .....<br />सुबह सुबह ऐसी पोस्ट... क्या कहूं. <br />तनया शर्तिया आज नहीं तो कल समझेगी जरूर समझेगी . गोबलिन और ऑक्टोपस को पोस्ट में जोड़कर मे डे की हैसियत को और चमका दिया आपने...... ! मैं भी चंदौली आ गया हूँ ...... एक ख्वाहिश जो दिल्ली मे पूरी हो सकती थी मगर नहीं हो सकी, चलो फिर सही......!Pawan Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-15798240537620796362012-04-20T08:37:25.941+05:302012-04-20T08:37:25.941+05:30.... ! ? ! ....
milna
kyooN zaroori hai...
sam....... ! ? ! .... <br /><br />milna <br />kyooN zaroori hai... <br />samajh sakta hooNdaanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-84986164749132062222012-04-18T15:26:10.553+05:302012-04-18T15:26:10.553+05:30घूम फिर कर फिर यहां लौट आई, तो आपको एक कविता पढ़वा...घूम फिर कर फिर यहां लौट आई, तो आपको एक कविता पढ़वाने का मन किया - http://ahilyaa.blogspot.in/2012/01/blog-post_09.html। यह बच्ची तनया से थोड़ी बड़ी है, लेकिन आपको नहीं लगता कि यह तनया की ही कहानी है..दीपिका रानीhttps://www.blogger.com/profile/12986060603619371005noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-63389775352023708772012-04-18T13:18:36.078+05:302012-04-18T13:18:36.078+05:30'विद ग्रेटर पावर, कम्स ग्रेटर रिस्पोन्सिबिलिटी...'विद ग्रेटर पावर, कम्स ग्रेटर रिस्पोन्सिबिलिटी' ..अब ये बात छुटकी तनया कैसे समझे अभी..पर समझ जायेगी एक दिन और फक्ख्र करेगी....तब वो भी कुछ ऐसा ही लिखेगी .और आँखें नम होंगी..उसके पीटर पार्कर कीrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-31290512223735406082012-04-17T20:35:56.508+05:302012-04-17T20:35:56.508+05:30मिलो तुम कभी तो खुशी खुशी, मुझे उस डगर की तलाश है।...मिलो तुम कभी तो खुशी खुशी, मुझे उस डगर की तलाश है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-15984405084781944332012-04-17T14:56:29.862+05:302012-04-17T14:56:29.862+05:30मगर शायद पसंद आने के पीछे भी तो यही अंदाज़ है....!...मगर शायद पसंद आने के पीछे भी तो यही अंदाज़ है....!!!<br /><br />ईश्वर चिरंजीवी बनायें....! <br /><br />SO Be It.....!!कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-75689168694356210722012-04-17T14:53:31.154+05:302012-04-17T14:53:31.154+05:30आप भी ना.......!
मत रहो ऐसे...........!!आप भी ना.......!<br /><br />मत रहो ऐसे...........!!कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-16093361335815816332012-04-17T14:00:05.911+05:302012-04-17T14:00:05.911+05:30आँखों में उमड़ते पानी को किसी तरह रोक धुंधला धुंधल...आँखों में उमड़ते पानी को किसी तरह रोक धुंधला धुंधला सा पढ़ा अंत तक. छुटकी मे डे उन सब फेस्बुकियों से अलग होगी समझेगी अलग अहसास, जिम्मेदारी और फक्र करेगी अपने पीटर पार्कर पर जो उन लाइक फेस्बुकियों को नसीब नहीं.<br />हेट्स ऑफ टू यू पीटर, छुटकी मे डे एंड माँ!!!.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-32937754017039534132012-04-17T12:33:24.686+05:302012-04-17T12:33:24.686+05:30एक दिन सपने में तुम जैसी,
कुछ देर बैठकर चली गयी ,
...एक दिन सपने में तुम जैसी,<br />कुछ देर बैठकर चली गयी ,<br />हम पूरी रात जाग कर माँ ,<br />बस तुझे याद कर रोये थे !<br />इस दुनिया से लड़ते लड़ते , तेरा बेटा थक कर चूर हुआ !<br />तेरी गोद में सर रख सो जाएँ, इस चाह को लेकर बैठे हैं !<br /><br />शुभकामनायें गौतम !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-75418859327816988322012-04-17T11:44:24.111+05:302012-04-17T11:44:24.111+05:30bhaiya ab kya bole.
chup hai man ..aankhe nahibhaiya ab kya bole.<br />chup hai man ..aankhe nahivijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-45955229346664752332012-04-17T11:02:56.008+05:302012-04-17T11:02:56.008+05:30इतना भावुक और खूबसूरत (पोस्ट या फिर क्या कहें दिल ...इतना भावुक और खूबसूरत (पोस्ट या फिर क्या कहें दिल की बात या रूह की बात)! ये एहसास बेशकीमती हैं और जब हम तक इतने पुरअसर तरीके से पहुंच रहे हैं तो समझा जा सकता है कि लिखते वक्त आप किन एहसासों में डूब-उतर रहे होंगे... ब्लॉग जगत में जिन चंद लोगों को पढ़ना हमेशा अच्छा लगता है, उनमें आप भी हैं..दीपिका रानीhttps://www.blogger.com/profile/12986060603619371005noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-37947374524558985942012-04-17T10:36:40.851+05:302012-04-17T10:36:40.851+05:30"विद ग्रेटर पावर, कम्स ग्रेटर रिस्पोन्सिबिलिट..."विद ग्रेटर पावर, कम्स ग्रेटर रिस्पोन्सिबिलिटी" <br /><br />काश कि हर कोई छुटकी मे डे के पापा पीटर पार्कर की तरह इतना जिम्मेदार होता, इतना उसूलो वाला होता तो कितने ही पीटर पार्कर अपनी अपनी छुटकी मे डे से कभी दूर न जाते और न ही उनको माँ की हिचकियों में लिपटे आँसुओ को कुछ समझाना पड़ता !<br /><br />गर्व है मुझे कि मैं भी जानता हूँ एक ऐसे पीटर पार्कर को जो हर बार अपने दूर वाले ऑफिस जाता है सब कुछ जानते समझते हुये ... अपनी माँ और अपनी प्यारी छुटकी मे डे से दूर क्यों कि वो यह अच्छी तरह जानता है ... मानता है ... समझता है कि "विद ग्रेटर पावर, कम्स ग्रेटर रिस्पोन्सिबिलिटी" ।<br /><br />जय हिन्द 'पीटर' !!शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-43387775514720436822012-04-17T09:35:20.739+05:302012-04-17T09:35:20.739+05:30सुबह सुबह रुला दिया..............। गॉड ब्लेस यू ब...सुबह सुबह रुला दिया..............। गॉड ब्लेस यू बच्चे । मेरे पसंदीदा पात्र स्पाइडरमैन और उसके शैतान मित्रों को कहानी में गूंथने के लिये धन्यवाद । तुम केवल मेडे के ही नहीं हम सबके हीरो हो । लो मेरी कमेंट नहीं करने की क़सम तो टूट गई ।पंकज सुबीरhttps://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.com