tag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post7065996742145193869..comments2024-03-10T12:25:40.638+05:30Comments on पाल ले इक रोग नादां...: चिल्ले कलाँ गौतम राजऋषिhttp://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comBlogger58125tag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-38443009405634535382016-06-11T04:03:57.295+05:302016-06-11T04:03:57.295+05:30साहब क्यों न एक पुस्तक हो जाए, देश के परम वीरों के...साहब क्यों न एक पुस्तक हो जाए, देश के परम वीरों के नाम पर, येही उत्कृष्ट लेखनशैली उन शहादतो को इन कुर्बानियों को अमर बना देगी. Mananhttps://www.blogger.com/profile/11041469709298589344noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-81759957808450813352016-06-11T03:48:11.983+05:302016-06-11T03:48:11.983+05:30साहब क्यों न एक पुस्तक हो जाए, देश के परम वीरों के...साहब क्यों न एक पुस्तक हो जाए, देश के परम वीरों के नाम पर, येही उत्कृष्ट लेखनशैली उन शहादतो को इन कुर्बानियों को अमर बना देगी. Mananhttps://www.blogger.com/profile/11041469709298589344noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-6426297444805615832011-01-26T09:34:49.318+05:302011-01-26T09:34:49.318+05:30Nicely written , beautiful post !Nicely written , beautiful post !ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-60676815007542573442011-01-16T20:14:09.333+05:302011-01-16T20:14:09.333+05:30हमारे यहाँ तो इतनी ठण्ड नहीं होती है...मगर चिल्ला ...हमारे यहाँ तो इतनी ठण्ड नहीं होती है...मगर चिल्ला जाड़ा कई बार महसूस किया है! खासकर आपकी सुबह की गर्म पानी का मग वाली बात से स्कूल के दिन याद आ गए! तब बहुत सर्दी हुआ करती थी और सुबह सुबह गर्म पानी से ब्रश करना ....तौबा तौबा! आपकी कलम से कश्मीर और भी खूबसूरत हो जाता है...pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-12084264332433381512011-01-11T06:04:17.455+05:302011-01-11T06:04:17.455+05:30अब तो चिल्ले कलाँ मध्यभारत तक पहुंच गया है । खूबसू...अब तो चिल्ले कलाँ मध्यभारत तक पहुंच गया है । खूबसूरत वर्णन है ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-72062010366159502092011-01-10T17:38:23.276+05:302011-01-10T17:38:23.276+05:30आपका जवाब नहीं सर जी।
---------
पति को वश में करन...आपका जवाब नहीं सर जी।<br /><br />---------<br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">पति को वश में करने का उपाय। </a> <br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">मासिक धर्म और उससे जुड़ी अवधारणाएं।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-31629612247167331422011-01-10T12:04:04.334+05:302011-01-10T12:04:04.334+05:30मेजर.....न न न न न ....सॉरी लेफ्टिनेंट कर्नल राजर...मेजर.....न न न न न ....सॉरी लेफ्टिनेंट कर्नल राजरिशी.....!!<br />क्या गज़ब की पोस्ट लिखी है.....चिल्ले कलां के बीच ग़ालिब चचा को जिस शिद्दत से याद फ़रमाया है वो बहुत ही उम्दा है.....लफ़्ज़ों की रवानगी के बीच कश्मीर के एक सिपाही के दस्तानों के बीच उँगलियों की दास्तान दिल को छू गयी.....! आपके इस दोस्त के बारे में एक पत्रिका ने एक लेख प्रकाशित किया है, लिंक दे रहा हूँ वक्त मिले तो नज़र अता कीजियेगा....!!!!!<br />http://www.bureaucracytoday.com/young_turks_jan_11.htmlPawan Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-12994186086826140942011-01-05T16:04:19.598+05:302011-01-05T16:04:19.598+05:30आप की कलम में कोई जादुई स्याही होगी, जो हरवक्त कमा...आप की कलम में कोई जादुई स्याही होगी, जो हरवक्त कमाल ही करती है और मेरी दुआ है कि वो आगे भी कमाल करती रहे...........आमीन.Ankithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-10273737367966411322011-01-04T11:20:29.929+05:302011-01-04T11:20:29.929+05:30हमारे यहाँ भी चिल्ले-कलाँ ही चल रहा है..... :)हमारे यहाँ भी चिल्ले-कलाँ ही चल रहा है..... :)डिम्पल मल्होत्राhttps://www.blogger.com/profile/07224725278715403648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-50850718461905933502011-01-04T09:03:30.834+05:302011-01-04T09:03:30.834+05:30नववर्ष की मंगल कामना!नववर्ष की मंगल कामना!ktheLeo (कुश शर्मा)https://www.blogger.com/profile/03513135076786476974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-36971014892801282672011-01-03T21:31:40.820+05:302011-01-03T21:31:40.820+05:30Aapne aankhon ke aage se manzar dar manzar ghuma d...Aapne aankhon ke aage se manzar dar manzar ghuma diye!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-58442178269617825722011-01-03T19:35:47.641+05:302011-01-03T19:35:47.641+05:30इधर अपनी ही अँगुलियाँ जवाब दे देती हैं आप तो फिर भ...इधर अपनी ही अँगुलियाँ जवाब दे देती हैं आप तो फिर भी बर्फ मे बैठे हो। वाकई जवानो की ज़िन्दगी बहुत संघर्षपूर्ण है और जज़्वा बेहिसाब। आपको प्र्मोशन और नये साल की हार्दिक शुभकामनायें। असल मे जिस दिन सुबीर जी की पोस्ट से पता चला था उस दिन के बाद 8-9 दिन बाद नेट पर आयी हूँ इस लिये जल्दी मुबारकवाद नही दे पाई। आप इसी तरह हर क्षेत्र मे आगे बढते रहें यही दुआ है आशीर्वाद है।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-16629545077928933672011-01-03T14:13:46.269+05:302011-01-03T14:13:46.269+05:30नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए...
*काव्य- कल्पना*:-...नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए...<br /><br /><a href="http://satyamshivam95.blogspot.com/" rel="nofollow">*काव्य- कल्पना*:- दर्पण से परिचय</a><br /><br /><a href="http://gadyasarjna.blogspot.com/" rel="nofollow">*गद्य-सर्जना*:-जीवन की परिभाषा…..( आत्मदर्शन)</a>Er. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-63487907000507733342011-01-03T09:46:23.732+05:302011-01-03T09:46:23.732+05:30बहुत ख़ूब...आपके ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा...बहुत ख़ूब...आपके ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-44674050268329773902011-01-03T09:44:44.175+05:302011-01-03T09:44:44.175+05:30अग्रीगेटर की हड़ताल के कारण नायाब सी पोस्ट हमारी ...अग्रीगेटर की हड़ताल के कारण नायाब सी पोस्ट हमारी नजरों में आने से रह गयी। लेकिन अब हमने फोलोवर का टेग लगा लिया है, अब देखे कैसे एग्रीगेटर की लक्ष्मण रेखा हमें रोकेंगे? बहुत अच्छी पोस्ट है, बधाई। बहुत दिनों बाद आपको पढ़ने का अवसर मिला है।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-19078152241286203132011-01-01T08:41:53.148+05:302011-01-01T08:41:53.148+05:30सुदूर खूबसूरत लालिमा ने आकाशगंगा को ढक लिया है,
यह...सुदूर खूबसूरत लालिमा ने आकाशगंगा को ढक लिया है,<br />यह हमारी आकाशगंगा है, <br />सारे सितारे हैरत से पूछ रहे हैं,<br />कहां से आ रही है आखिर यह खूबसूरत रोशनी,<br />आकाशगंगा में हर कोई पूछ रहा है,<br />किसने बिखरी ये रोशनी, कौन है वह,<br />मेरे मित्रो, मैं जानता हूं उसे,<br />आकाशगंगा के मेरे मित्रो, मैं सूर्य हूं,<br />मेरी परिधि में आठ ग्रह लगा रहे हैं चक्कर,<br />उनमें से एक है पृथ्वी,<br />जिसमें रहते हैं छह अरब मनुष्य सैकड़ों देशों में,<br />इन्हीं में एक है महान सभ्यता,<br />भारत 2020 की ओर बढ़ते हुए,<br />मना रहा है एक महान राष्ट्र के उदय का उत्सव,<br />भारत से आकाशगंगा तक पहुंच रहा है रोशनी का उत्सव,<br />एक ऐसा राष्ट्र, जिसमें नहीं होगा प्रदूषण,<br />नहीं होगी गरीबी, होगा समृद्धि का विस्तार,<br />शांति होगी, नहीं होगा युद्ध का कोई भय,<br />यही वह जगह है, जहां बरसेंगी खुशियां...<br />-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम<br /><br />नववर्ष आपको बहुत बहुत शुभ हो...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-45732169191787696762010-12-30T22:13:35.303+05:302010-12-30T22:13:35.303+05:30और हमें तो जिलेट के बेचारे नाजुक से ब्लेड पर तरस आ...और हमें तो जिलेट के बेचारे नाजुक से ब्लेड पर तरस आता है..मग के उबलते पानी मे अपनी लोहे की पीठ सुलगाता हुआ लुका-छिपा सा रहता होगा..डरता हुआ..कि अभी अगले ही पल सख्त सर्दी मे जबर्दस्ती पानी से निकाल कर जबरन सख्त ठुड्ढी पर बेरहमी और बेदर्दी से रगड़ा जाता होगा..बार-बार!..वो भी चेहरे को बहुत सहम-सहम के छूता होगा..कि अगर गालों ने जरा सा भी काट लिया उसे..तो ब्लेड का तो डर से खून ही निकल आये..फिर गया काम से.. ;-)<br /><br />खैर शीत-निष्क्रियता से वापस आ कर सक्रिय होने के लिये शुक्रिया..और सनद रहे कि इसके बाद दोबारा लम्बी डुबकी अलाउड नही है!! :-)<br /><br />और हाँ चिल्ले-कलां का थोड़ा जाड़ा इधर भी पार्सल कीजिये..यहां तो स्वेटर पहने भी जमाने हुए कम्बख्त!!:-)अपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-51491828351898190732010-12-30T14:13:05.631+05:302010-12-30T14:13:05.631+05:30A soft, soothing article that touches the heart. I...A soft, soothing article that touches the heart. If the article is unchanges, i.e, almost same as it came out from the heart, which it feels is, then hats off to your writing skills!<br /><br />RCPritishihttps://www.blogger.com/profile/18027391149451748413noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-85920097842780436012010-12-28T23:20:11.734+05:302010-12-28T23:20:11.734+05:30कमाल का खाका खींचा है आपने. कश्मीरी ठंड का अहसास इ...कमाल का खाका खींचा है आपने. कश्मीरी ठंड का अहसास इस मैदानी इलाके में भी हो गया. बहुत कठिन ज़िन्दगी जीते हैं आप लोग. hats off.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-1072355369479586862010-12-28T23:00:41.793+05:302010-12-28T23:00:41.793+05:30bahut khubsurt varnn .
shubhkamnayebahut khubsurt varnn .<br />shubhkamnayeशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-79737287806437375742010-12-28T17:57:34.739+05:302010-12-28T17:57:34.739+05:30कितना लम्बा पौज ले लिया आपने...
ख़तम हुआ कि नहीं ...कितना लम्बा पौज ले लिया आपने...<br /><br />ख़तम हुआ कि नहीं आपका ट्रेनिंग ???<br /><br />शब्दों से ऐसी स्केचिंग की है आपने कि क्या कहूँ...कलम को नजर न लगे किसी की...सलामत रहे...फले फूले खिले खिलखिलाए.....रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-13432021852724939202010-12-28T15:46:30.793+05:302010-12-28T15:46:30.793+05:30बिम्बों ने झेलम के पास बुला लिया और गालीब ने अतीत ...बिम्बों ने झेलम के पास बुला लिया और गालीब ने अतीत की देहरीयों पर बैठा दिया... यह न्यौता आता रहे यही दुआ भी है और इच्छा भी...neerahttps://www.blogger.com/profile/16498659430893935458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-77062434493657207932010-12-28T12:25:23.861+05:302010-12-28T12:25:23.861+05:30बिटिया को जन्मदिन की बधाई भी देता चलूँ.
चलिए आज की...बिटिया को जन्मदिन की बधाई भी देता चलूँ.<br />चलिए आज की तारीख कैद करलेता हूँ. २८-२९-३० दिसंबर मेरे लिए बच्चो को भेजी जानेवाली जन्मदिन में पहले से शुमार है.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-89309927032424646932010-12-28T12:17:25.478+05:302010-12-28T12:17:25.478+05:30एक लाइन में कहूँ तो - "सर्द में प्रेरणादायी प...एक लाइन में कहूँ तो - "सर्द में प्रेरणादायी पोस्ट"<br />जाने कैसे दिन चल रहे हैं आजकल. इस पोस्ट के दौरान आई हुई एक जॉब कन्सल्टेंट की काल को हाँ-ना के बीच में टाल दिया. आज की इंटरव्यू कैंसिल.<br />ये शायर लोग भी न दुसरे को सताते बहुत हैं.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2664283281552350964.post-6848382432949352772010-12-28T06:27:52.507+05:302010-12-28T06:27:52.507+05:30@मसला अम्बर और बादलों के अंह-टकराव का है और दोष दि...@मसला अम्बर और बादलों के अंह-टकराव का है और दोष दिया जा रहा है जग भर में ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण-प्रदूषण के नाम इंसानों पर<br /><br />क्या बात कह दी!<br /><br />@ र वाला चिल्ले कलाँ अपनी अपरिभाषित-सी मनहूसियत लिये पसरा हुआ है। इन्हीं किसी भ्रमण के दौरान कलम का एक सिपाही कहीं कोई सच्ची बात कहता नजर आता है और फिर नजर आती है पूरे ब्लौग-जगत की तिलमिलाहट। चलो, इसी तिलमिलाहट के बहाने ये पसरी हुई मनहूसियत थोड़ी खिलखिलाती दिखाई देती है...संग-संग दस्ताने में छुपी ऊँगलियों को भी हँसी आती है और हँसते हुये वो की-बोर्ड पर लड़खड़ा कर कुछ संभलती हुई, कलम के उस सिपाही को और उसकी सच कहने की जिद्दी-सी जिद को सैल्यूट करती हैं।<br /><br />सैल्यूट आप को भी सैनिक! <br />इस प्रात: अभी अभी लखनऊ की हसीन सड़कों पर ड्राइविंग कर के लौटा हूँ। स्टेशन से घर तक बिना ब्रेक लगाए बिना गेयर बदले 45-50 की स्पीड। विराने की खुशी आप की पोस्ट पढ़ने के बाद अपनी तासीर बदल चुकी है। साझा कर दूँ? <br /><br />बिटिया को जन्मदिन पर बधाई।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.com